जरा सोंचिये- कईं पंचायतें दे रही सूझ-बूझ का परिचय ddnewsportal.com

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जरा सोंचिये- कईं पंचायतें दे रही सूझ-बूझ का परिचय 

भैल्ला, भरली आगरो, टोंरू डांडा आंज और धारवा मे निर्विरोध चुने गये पंचायत प्रधान और उप प्रधान, 

अन्य पंचायतों को भी सीख, भाईचार भी बरकरार और 10 लाख रूपये विकास के लिए ईनाम।

अगर हम अपनी पंचायत का निर्विरोध चयन करतें हैं तो पंचायत को ईनाम के रूप मे 10 लाख रूपये की राशि तो मिलेगी ही, साथ ही गांव के भाईचारे को भी हम बरकरार रख सकते हैं। इस दिशा मे पहल होने लगी हैं और अभी तक पांवटा साहिब विकास खंड की तीन पंचायतों और शिलाई की एक पंचायत मे पंचायत प्रतिनिधियों का निर्विरोध चयन हो चुका है। इन पंचायतों ने अन्य पंचायतों के समक्ष भी एक उदाहरण पेश किया है कि गांव गली के इन पंचायत चुनाव मे चुनाव लड़कर आपसी भाईचारे को बिगाड़ कर कुछ हासिल नही होगा। हिमाचल प्रदेश के गांव सुख-दुख और जीवन-मरण मे आपसी भाईचारे के लिए पहचाने जाते हैं। लेकिन पंचायत चुनाव मे कुछ नेताओं के निजी स्वार्थ की बलि गांव के गांव चढ़ जाते हैं। एक-एक वोट के जुगाड़ मे अक्सर आपसी संबंधों को खराब होते देर नही लगती। और सदियों से चले आ रहे इस भाईचारे को हम पल भर मे तहस नहस कर देते हैं। चुनाव का फायदा दलों के नेताओं को होता है, जनता तो इसका खामियाजा आपसी खुन्नस के रूप मे भुगतती है। बुद्धिजीवी वर्ग का भी कहना है कि पंचायत के चुनाव मे सर्व सम्मति लाने के प्रयास सबसे पहले होने चाहिए। इसके लिए सभी लोगों को बैठकर राजनिति को दरकिनार कर गांव व पंचायत के भले को सर्वोपरि रखना चाहिए। इसके कईं फायदे हैं। एक तो निर्विरोध चयन से पंचायत को ईनाम के रूप मे 10 लाख रूपये की राशि मिलेगी। दूसरे चुनाव के दौरान अनावश्यक खर्च बचेगा। और तीसरा और सबसे बड़ा फायदा गांव गलियों का आपसी भाईचारा कायम रहेगा। निर्विरोध चुने गये जन प्रतिनिधियों से सार्वजनिक विकास के काम भी हक से करवाये जा सकते है। और पंचायत का राजनिति से हटकर समान विकास भी होगा। शुरूवाती दौर

मे पांवटा साहिब के आंजभोज की तीन पंचायतों भैल्ला, भरली आगरो और टौंरू डांडा आंज सहित शिलाई की धारवा पंचायत ने यह पहल कर अन्य को भी सही रास्ता दिखाने का प्रयास किया है। अन्य पंचायतों को भी इस दिशा मे कौर करना चाहिए। हालांकि लोकतंत्र मे चुनाव एक संवैधानिक अधिकार है लेकिन जब सरकार ने ही सर्व सम्मति पर ईनाम देने की घोषणा की है तो हमे इसका फायदा ईनाम लेकर उठाने मे क्या हर्ज़ है।